मसीह समाज सगंठन के लोगो ने कब्रिस्तान की मांग को लेकर प्रभारी कलेक्टर को सौपा ज्ञापन

सूरज मंडावी ब्यूरो चीफ सत्य खबर कांकेर : बुधवार को ग्राम गोवर्धन मे ईसाई समाज के एक परिवार सग्राम ऊइके की मां के निधन के बाद गांव के कुछ लोगो द्वारा उसके शव को दफन कफन करने नही देने के बाद पीडित परिवार व समाज के लोग कलेक्ट्रेट व एसपी कार्यलय पहुंच प्रशासन से मदद मांगी जिसके बाद प्रशासन की टीम गांव पहुंची और गांव के लोगो को 5 घंटे तक समझाईस देने के बाद भी नही माने तो प्रशासन ने पीडित परिवार को किसी तहर से समझा कर शव को रात 9 बजे कांकेर मुक्तिधाम ला कर उसका अतिंम संस्कार किया महिला को उसके ही घर पर दफनाने नहीं देने कि बात से मसीह समुदाय के लोग काफी नराज हुए और आज गुरूवार 16 दिसंबर को मसीह समुदाय के सैकड़ो लोग रैली निकाते हुए कलेक्ट्रोरेट पहुंचे और प्रभारी कलेक्टर को ज्ञापन सौप कांकेर मे कब्रिस्तान के लिए जमीन की मांग किए है और मांग पुरा नही होने पर पुरे मसीह सगंठन के लोग उग्र आंदोलन करने की बात कही है।

अतुरगांव के अश्रित गांव गोवर्धन मे बिते बुधवार 15 दिसंबर को गांव के एक इसाई धर्म को मानने वाले परिवार मे बुजुर्ग महिला का निधन हो गया जिसके बाद परिवार के लोग उसका अंतिम संस्कार अपने घर के बाडी मे करना चाहा पर इस बात से गांव के कुछ लोगो को आपत्ती थी इस कारण गांव के लोगो ने गांव मे शव को दफनाने से मना कर दिए जिसके बाद पीडित परिवार कलेक्टोरेट पहुंच मदद की गुहार लगाए पर गांव वाले प्रशासन की भी नही सुनी जिसके बाद प्रशासन ने पीडित परिवार को किसी तरह समझाकर शव को वाहन से कांकेर मुक्तिधाम लाकर रात 9 बजे अंतिम संस्कार कराया। गांव में महिला को दफनाने नहीं देने पर ईसाई समाज के लोग काफी आक्रोसित हुए और आज गुरूवार 16 दिसंबर को सुबह से ही टिकरापार चर्च मे एकत्रित होने लगे सारे लोग एकत्रित होने के बाद टिकरापार चर्च से रैली के रूप मे शांति पुर्वक कलेक्टोरेट पहुंचे और कब्रिस्तन के लिए जमीन की मांग कर ज्ञापन सौपा।

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ज्ञापन सौपने पहुंचे समाज के अध्यक्ष हाबिल मसीह व एबिल वर्गीस ने मीडिया को बताया कि जिले में काफी संख्या मे इसाई समुदाय के परिवार निवासरत हैं, और नगर में कहीं भी इसाई कब्रिस्तान नहीं है। कब्रिस्तान हेतु विगत 20 वर्षों से समुदाय द्वारा मांग किया जा रहा है, परंतु मांग पूर्ण नहीं होने के कारण मृतक व्यक्ति का अंतिम संस्कार पूर्ण करने में कठिनाई एवं वाद-विवाद की स्थिति निर्मित हो रही है। ऐसी अवस्था में इसाई धर्म को मानने वालों मृतक का अंतिम संस्कार इसाई धर्म के अनुसार नहीं हो पाता है । इसाई धर्म के अनुसार मृतक व्यक्ति के कब्र को सुरक्षित रखे जाने की धार्मिक धारणा है। इसी आस्था के साथ प्रत्येक इसाई धर्म के मानने वालों को दफनाया जाता है। कांकेर में कहीं भी इसाई धर्म को मानने वालों के लिए कब्रिस्तान क लिए जमीन शासन द्वारा आरक्षित नहीं है जब भी इसाई धर्म के मानने वालों की मृत्यु होती है तो ग्रामवासियों के साथ विवाद बना रहता है और इसाई मृत व्यक्ति के शव को दूरस्थ नगर के कब्रिस्तान में दफन करना पड़ता है जिससे परिवार जनों को काफी परेशानी होती है। हमारी मांग है कि कांकेर इसाई कब्रिस्तान हेतु भूमि आबंटित किया जाए, ताकि इसाई धर्म को मानने वाले मृत व्यक्ति की इसाई धर्म के अनुसार अंतिम संस्कार किया जा सके। अगर हमारी मांग पुरी नही होता तो हम आगे उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होगे जिसका जिम्मेदार केवल प्रशासन होगा।


इस सबंध मे प्रभारी कलेक्टर सुरेन्द्र वैद्य ने कहा कि इसाई धर्म द्वारा कब्रिस्तान के लिए भुमि आंबटित करने की मांग किया गया है जिसे सज्ञान मे लेकर भूमि चिन्हाकिंत कर उचित कार्यवाही किया जाएगा।