परिवहन नहीं होने से धान खरीदी हो रही प्रभावित ।

सूरज मंडावी ब्यूरो चीफ सत्य खबर


कांकेर:-पखांजूर :- लैंपस छोटेबेठिया के धान खरीदी केंद्र छोटेबेठिया में बफर स्टाक से तीन गुना अधिक धान खरीदी हो चुकी है, पर धान परिवहन की गति धीमी होने के चलते धान रखने की समस्या शुरू हो गई है। ऐसे में धान खरीदी प्रभावित हो रही है। जगह के अभाव में रोजाना महज तीन सौ क्विंटल धान की खरीदी हो पा रही है। रोजाना बड़ी संख्या में किसान टोकन के लिए केंद्र पहुंच रहे है पर जगह के अभाव में सीमित किसानों को ही टोकन दिया जा रहा है, जिसके चलते किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जिले के सबसे बड़े धान खरीदी केंद्र छोटेबेठिया में हर वर्ष धान खरीदी में अव्यवस्था के चलते किसानों को परेशान होना पड़ता है।

हर वर्ष धान खरीदी के अंत में बड़ी संख्या में किसानों का छूट जाना इस केंद्र की एक आम समस्या है। इस वर्ष केंद्र में सारी सुविधा है संसाधन भी उपल्बध है पर जगह की कमी के चलते खरीदी प्रभावित हो रही है, जिससे किसानों को परेशान होना पड़ रहा है। और इस समस्या का कारण परिवहन की धीमी रफ्तार है।

धान खरीदी के दौरान समय से परिवहन न होने से केंद्र में जगह की कमी हो गई है, जिस कारण खरीदी भी धीमी हो जाती है और अंत में बड़ी संख्या में किसान धान खरीदी से छूट जाते हैं। इस वर्ष भी केंद्र में धान केंद्र के लिए निर्धारित बफर स्टाक से तीन गुना अधिक हो गया है पर परिवहन काफी कम मात्रा में हुआ है। इस केंद्र के लिए आठ हजार क्विंटल बंफर स्टाक निर्धारित किया गया है और अब तक 22 हजार क्विंटल से अधिक धान खरीदी हो चुकी है पर परिवहन मात्र तीन हजार पांच सौ क्विंटल धान का ही हुआ है। ऐसे में केंद्र में जगह का अभाव हो गया है।

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नया स्टेग लगाने के लिए जगह नहीं है ऐसे में केंद्र में धान खरीदी धीमी रफ्तार से हो रही है। रोजाना महज तीन सौ किव्टंल धान की खरीदी हो रही है ऐसे में एक माह के भीतर इस केंद्र में किसानों की धान खरीदी असंभव है। इस केंद्र में 1459 किसानों का पंजियन है जिनसे 75 हजार क्विंटल धान खरीदी होनी है। अनुमान के अनुसार केंद्र में 65 हजार क्विंटल धान आने की संभावना है पर अब तक महज 22 हजार क्विंटल धान की खरीदी हो सकी है। शेष बचे धान की खरीदी के लिए महज जनवरी माह का समय है। इस केंद्र में रोजाना 1500 सौ क्विंटल धान की खरीदी होगी तभी समय पर सभी किसानों की धान खरीदी हो सकेगी। धान खरीदी की सुस्त रफ्तार से इस केंद्र में पंजीकृत किसान भी परेशान हैं।

किसान चित सरकार, कनिका डे, परिमल सरकार, मनोज उसेंडी, शंभूनाथ डे, विथिका हालदार ने बताया कि हर वर्ष परिवहन के अभाव में किसानों की धान खरीदी रफतार नहीं पकड़ पाती जगह के अभाव में धान खरीदी धीमी गति से होती है जिसका खमियाजा किसानों को ही उठाना पड़ता है। लैम्पस छोटेबेठिया के प्रबंधक आरडी मानिकपुरी ने बताया कि छोटेबेठिया में धान खरीदी की रफ्तार तेज हो इसके लिए परिवहन में तेजी लाने के लिए वे सतत प्रयास में है परिवहन कर्ताओं से अधिक से अधिक वाहन छोटेबेठिया भेजने को कहा गया है ताकि जगह के अभाव में खरीदी प्रभावित न हो।