पर्यावरण और मानवता का संदेश लेकर 50 हज़ार किलोमीटर चलकर रोहन पहुंचे कांकेर, वे मात्र 25 सौ रुपए और 2 कपड़े लेकर ही यात्रा पर निकल पड़े

सूरज मंडावी ब्यूरो सत्य खबर

कांकेर:-आज का दिन 21 जनवरी कांकेर के लिए एक विशेष यादगार बन कर रह गया है जब मात्र 20 वर्ष के युवक रोहन अग्रवाल पर्यावरण को बचाने तथा जाति धर्म की संकीर्णता से उठकर मानवता के संदेश को सुनाने जिला उत्तर बस्तर कांकेर आ पहुंचे। जहां उनका स्वागत जन सहयोग समाज सेवी संस्था के अध्यक्ष अजय पप्पू मोटवानी तथा उनके साथी ईश्वर लाल साहू अधिवक्ता, रामचरण यादव, अमर मोटवानी, टेश्वर कुमार जैन, प्रकाश पटेल, राधे लाल यादव, आदि ने किया।

श्री रोहन अग्रवाल ने बताया कि वह कॉमठी नागपुर महाराष्ट्र के रहने वाले हैं और बालिग होते ही 18 वर्ष की आयु से अब तक निरंतर कहीं पदयात्रा कहीं लिफ्ट द्वारा सफर करते हुए पर्यावरण बचाने का संदेश तथा जाति धर्म से ऊपर उठकर मानवता के मार्ग पर चलने का संदेश प्रसारित कर रहे हैं। वे मात्र 25 सौ रुपए और 2 कपड़े लेकर ही यात्रा पर निकल पड़े थे बाकी जन सहयोग से होते चले आ रहे हैं सभी काम, रोहन ने बताया कि आज की तारीख में मानवता का सबसे बड़ा जहरीला दुश्मन है तो वह प्लास्टिक है जिसे एकदम से बंद तो नहीं किया जा सकता लेकिन उसके रीयूज़ और रीसाइकिल से उसके नुकसानो को कम किया जा सकता है। इस तरह धीरे-धीरे घर के प्लास्टिक को पूरी तरह से त्यागा जा सकता है। अन्यथा इसका बुरा असर मनुष्य पशु पक्षी सब की नस्लों पर बहुत जहरीला पड़ने वाला है। रोहन ने बताया कि उनकी योजना साइबेरिया रूस में स्थित ओमयाकॉम नाम के स्थान तक पैदल जाने की है, जिसे दुनिया का सबसे ठंडा स्थान माना जाता है, जहां माइनस 72 डिग्री तापमान रहता है । इस स्थान तक पहुंचने वाले रोहन अग्रवाल प्रथम भारतीय होंगे। जन सहयोग संस्था ने शुभकामना की कि उस स्थान तक पहुंच कर रोहन भाई विश्व रिकॉर्ड अवश्य बनाएं।

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कांकेर पहुंचने से पूर्व रोहन अग्रवाल भारत के 16 राज्य पैदल घूम चुके हैं तथा दक्षिण बस्तर के जिलों से होते हुए कांकेर आए हैं उन्होंने बताया कि बस्तर वासियों ने हर प्रकार के जाति धर्म के लोगों ने उनका बहुत स्वागत किया और बहुत आशीर्वाद दिए हैं। बस्तर का पर्यावरण अच्छा है और इसे बनाए रखा जाना चाहिए। रोहन जी का अगला पड़ाव धमतरी है और रायपुर आदि होते हुए वह ओड़ीसा के रास्ते बंगाल, बांग्लादेश, म्यांमार एवं रास्ते के 12 -13 देशों को पार करते हुए रूस के प्रांत साइबेरिया पहुंचेंगे, और विश्व की सबसे ठंडी जगह में जाकर विश्व रिकॉर्ड बनाएंगे। रोहन अब तक जहां-जहां गए हैं, वहां वहां उन्होंने युवाओं को प्रेरित किया है और परेशानियों से नहीं डरते हुए उनके साथ पक्के इरादे से मुकाबला करने का संकल्प दिलवाया है। रोहन जी के इरादों को देखते हुए कांकेर की जनता को आशा है कि वह अपने उद्देश्य में अवश्य सफल होंगे।