गरियाबंद पुलिस ने दिया मानवता का परिचय ,,, पुलिस की तत्परता से मिला सही समय पर इलाज , बची युवती की जान  ,,, थानेदार , हवलदार , के इस नेक कार्य की जिलेवासी व पुलिस कप्तान ने किया प्रशंसा

कुंजबिहारी ध्रुव ब्यूरो चीफ गरियाबंद

◆ पीड़ित युवती को बिना एंबुलेंस के हांथो में उठाकर  उपचार हेतु हॉस्पिटल पहुंचाया

राजिम। राजिम माघी पुन्नी मेला में गुरुवार रात एक लड़की के लिए पुलिस देवदूत बनकर आई। लड़की मेले में अचानक बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़ी। मौके पर मौजूद भारी भीड़ लड़की को देखती रही मगर कोई मदद के लिए सामने नही आया। तभी घटना की जानकारी वहां ड्यूटी पर तैनात जवान को लगी।

पुलिस जवान तरुण सिदार ने बताया कि घटना रात तकरीबन साढ़े 10 बजे के आसपास की है। एक युवती महोत्सवस्थल के पास अचानक बेहोश होकर जमीन पर गिर गयी। जानकारी मिलते ही वह स्वयं और पुलिस निरीक्षक हर्षवर्धन बैस मौके पर पहुंचे। दोनों ने युवती को उठाकर नजदीकी स्वास्थ्य सेंटर पहुंचाया।

मौजूद डॉक्टरों ने युवती का उपचार किया और कुछ देर बाद युवती स्वस्थ्य हो गयी। डॉक्टरों की जानकारी के मुताबिक युवती को मिर्गी का दौरा पड़ा था। हालांकि उपचार के बाद अब युवती स्वस्थ्य है।

तरुण ने बताया कि युवती मानसिक रूप से कमजोर है। वह अपना नाम बताने में भी सक्षम नही है। कड़ी मशक्कत के बाद युवती ने अपना परिचय चांदनी कंसारी नवापारा के रूप में दिया। उसके बाद युवती को उसके घर पहुंचाने की व्यवस्था की गई।

गरियाबंद पुलिस अधीक्षक जे. आर. ठाकुर के द्वारा मेला ड्यूटी में तैनात  निरीक्षक हर्षवर्धन बैस एवं प्रधान आरक्षक तरुण सिदार ने जिस तरह युवती की मदद की उसकी जमकर सरहाना किये।

पुलिस द्वारा एम्बुलेंस का इंतजार किये बैगर युवती को हाथों में उठाकर स्वास्थ्य सेंटर पहुंचाने से लोग बहुत प्रभावित हुए। पुलिस की तत्परता से एक जन बच गयी। इस नेक कार्य के लिए  निरीक्षक हर्षवर्धन बैस एवं प्रधान आरक्षक तरुण सिदार की जिले भर में खूब प्रशंसा हो रहा है

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