रोती रही … बिलखती रही..कहती रही मेरे बच्चे के कातिलों को सजा दो.. एक बेबस मां पुलिस प्रशासन, समाज सेवी, राजनीतिक दल, मिडिया से न्याय दिलाने की उम्मीद की गुहार लगा रही है….

सूरज मंडावी ब्यूरो सत्य खबर

उत्तर बस्तर कांकेर :भारतीय राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेश इंटक राष्ट्रीय सचिव मीडिया प्रभारी एवं प्रवक्ता, वरिष्ठ पत्रकार गणेश तिवारी को पिड़िता सपना दास पति शिवू दास ने रोते बिलखते हुए अपनी आपबीती बताई,कि मुझे गर्भवती अवस्था में मेरे और मेरे पति के साथ विक्रम रावटे, अतुल बनिक वकिल, पवित्रो मंडल अपने साथियों के साथ पी.व्ही.7 छोटेकापसी पहुंच कर मेरे घर में घुसकर मुझे लात घुसों से मेरे पेट ,सिर अन्य संवेदनशील जगहों पर मारा जिसके वजह से मैं बेहोश हो गई ,मेरी बुढ़ी सासु मां ने रो रोकर मदद के लिए चिल्लाई जिसे सुनकर मुहल्ले वाले इकट्ठे हुए तो

आरोपी वहां से भाग निकले और मुझे पड़ोसियों की मदद से मेरे पति ने मुझे पखांजूर शहर के वंदना अस्पताल में भर्ती कराया जहां पर मेरे पेट में बच्चे का हलचल नहीं होने पर तुरंत आपरेशन करके बच्चे बाहर निकाला गया तो बच्चे की मृत्यु हो चुकी थी, इस घटना की जानकारी वंदना अस्पताल प्रबंधन द्वारा पुलिस को देना था जो कि नहीं दिया गया, और बच्चे के मृत्यु के बाद पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी नहीं किया गया यहां तक बच्चे का मृत्यु प्रमाण पत्र भी नहीं दिया गया,

डॉ.दुलेश्वर सिंह ठाकुर भी अपराध पंजीबद्ध होना चाहिए ,

डॉ दुलेश्वर सिंह ठाकुर पूर्व में नारायणपुर में शासकीय अस्पताल में सेवा दे रहा था, नारायणपुर में अपनी पत्नी के नाम से अस्पताल चला रहा था जहां पर भ्रूण हत्या के मामले में जेल चला गया था जो अग्रीम जमानत पर अभी बाहर है, जो वर्तमान में पखांजूर शहर में वंदना अस्पताल अपनी पत्नी के नाम से चला रहा है, श्री मति सपना दास कहा कि मेरे साथ हुए अपराधिक मामले का एफ आई आर दर्ज कराने मैं अपने पति के साथ थाना पहुंची तो पुलिस द्वारा मेरा एफ आई आर लिखने से मना कर दिया गया,

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मेरे बच्चे की हत्या जो हुई है उसका जिम्मेदार पखांजूर थाना प्रभारी मोरध्वज देशमुख और डॉ दुलेश्वर सिंह ठाकुर भी है जिनके लापरवाही के चलते यह घटना घटी है, आरोपियों के साथ थाना प्रभारी और डॉ दुलेश्वर सिंह ठाकुर भी अपराधी है,इनको कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए, थाना प्रभारी मोरध्वज देशमुख जैसे व्यक्ति आज तक नहीं देखी हूं जो मेरे बच्चे की मौत के बाद भी मुझे मदद नहीं किया ।