जीवन ज्योति सुरक्षा बीमा योजना से गंगा इन्दरवार को मिला आर्थिक सहायता…

नरेंद्र मिश्रा
बलरामपुर ब्यूरो (सत्यखबर)

प्रधानमंत्री जीवन ज्योति सुरक्षा बीमा योजना भारत सरकार की एक बहुत अच्छी पहल है। इस योजना के तहत् वे लोग जो अपने परिवार को अपने जाने के बाद भी सामाजिक सुरक्षा प्रदान करना चाहते है, उनके लिए यह अत्यंत लाभकारी योजना है। इस योजना के अंतर्गत भाग लेने वाले लोगो की 55 साल की उम्र तक किसी कारण से मृत्यु हो जाती है तो उनके परिवार नॉमिनी को 2 लाख रूपये का जीवन बीमा सरकार द्वारा प्रदान किया जाता है।

यह योजना विकासखण्ड शंकरगढ़ के ग्राम पंचायत घुघरीकला के रहने वाले गंगा इन्दरवार के लिए भी सार्थक सिद्ध हुआ। गंगा की पत्नी की मृत्यु के पश्चात् प्रधानमंत्री जीवन ज्योति सुरक्षा बीमा योजना के तहत् मिले 2 लाख रूपये से उसके बच्चों के भरण-पोषण की चिन्ता दूर हुई।
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत विकासखण्ड शंकरगढ़ के आस्था महिला कलस्टर संगठन में आने वाले ग्राम पंचायत घुघरीकला में महात्मा गांधी महिला स्व सहायता समूह का गठन किया गया है,

जिसमें कुल 10 सदस्य थे इनमें से एक सदस्य रिझो इन्दरवार का कुछ दिनों से बुखार व सिर दर्द था, किन्तु इलाज करवाने पर भी ठीक नहीं हो सका और 25 अक्टूबर 2021 को उनका निधन हो गया। ऐसे में उनके परिवार व बच्चों का भरण-पोषण व देख-रेख की जिम्मेदारी पति गंगा इन्दरवार पर आ गई। यह सब उनके पति गंगा इन्दरवार के लिए बहुत दुखद और मुश्किल हो गया।

एक तरफ उनको पत्नि के गुजर जाने का दुख और दुसरी तरफ बच्चों के भविष्य की चिन्ता सताने लगी, गांव के स्व-सहायता समूह की महिला द्वारा उनके पति को समझाया गया कि एक बार उनके साथ बैंक जाकर बीमा की जांच करवा लें, क्योंकि बिहान योजना के सहयोग से बीमा अभियान के दौरान रिझो इन्दरवार का भी प्रधानमंत्री जीवन बीमा और जीवन ज्योति सुरक्षा बीमा योजना के तहत 342 रूपये सालाना बीमा की राशि ग्रामीण बैंक डीपाडीह शाखा में जमा कराया गया था।

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स्व-सहायता समूह की महिलाओं के सहयोग से संबंधित बैंक शाखा प्रबंधक को अवगत कराया गया कि समूह की महिला सदस्य रिझो इन्दरवार की मृत्यु हो चुकी है तथा महात्मा गांधी महिला स्व-सहायता समूह के सदस्यों द्वारा स्व.रिझो इन्दरवार का बीमा कराया गया था। उसके बाद शाखा प्रबंधक द्वारा बताया गया कि बीमा अभी चालू है क्लेम करने के लिए उनको नामिनी का पासबुक, आधार कार्ड और मृतिका का पासबुक व मृत्यु प्रमाण पत्र जमा करना होगा, ताकि बीमा क्लेम किया जा सके।

बीमा क्लेम के 45 दिन बाद बैंक प्रबंधक द्वारा फोन कर बताया गया कि बीमा क्लेम राशि नॉमिनी के खाते में हस्तांतरित कर दिया गया है। क्लेम सेटलमेंट की कॉपी प्रबंधक द्वारा सभी महिलाओं की उपस्थिति में स्व.रिझो इन्दरवार के पति गंगा इन्दरवार को प्रदान किया गया।