कुपोषण की खाई से निकलकर सुपोषित हुआ राजवीर


सुरज मंडावी पैरी लहर सत्य खबर ब्यरो

उतर बस्तर कांकेर:-जिले में महिला एवं बाल विकास विभाग तथा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के विशेष प्रयास से कुपोषित बच्चे सुपोषित हो रहे हैं। बैजनपुरी सेक्टर के ग्राम सेलेगोंदी निवासी राधाबाई की गर्भवती के दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा समय-समय पर उसकी देखभाल कर उसका टीकाकरण करवाया गया। नियमित देखभाल के बाद भी समय से पूर्व माह जुलाई 2020 में राजवीर का जन्म हुआ, जन्म के समय राजवीर का वजन महज 1 किलो 700 ग्राम था।

सेक्टर सुपरवाईजर एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के द्वारा उस बच्चे के घर नियमित गृहभेंट कर बच्चे की माता को कंगारू मदर केयर थेरेपी देने और गरम रखकर सतत स्तनपान कराने की सलाह दी गई। छः माह पश्चात उसके माता-पिता को रेडी टू ईट का अलग-अलग प्रकार से व्यंजन बनाकर खिलाने व साफ-सफाई का विशेष ध्यान देने को कहा गया। राजवीर को एनआरसी ले जाने की सलाह देने पर उसकी माता तैयार नहीं हुई तो बच्चे को घर में ही रखकर कुपोषण के चक्र से बाहर निकालने का संकल्प कार्यकर्ता द्वारा लिया गया।

मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान अंतर्गत राजवीर को कोरोना काल में भी उनके घर जाकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा किलकारी अभियान द्वारा लाभान्वित किया गया। किलकारी अभियान के दूसरे चरण में पौष्टिक रागी का हलवा व कोदो की खिचड़ी बनाकर सुपोषण दूत व कार्यकर्ता के द्वारा अपने समक्ष खिलाया गया। साथ ही मुनगा भाजी एवं अन्य स्थानीय खाद्यों खाने की सलाह दी जाती रही, इसके अतिरिक्त समय-समय पर सेक्टर में आयोजित मुख्यमंत्री बाल संदर्भ शिविर में उक्त बच्चे को लाभान्वित किया गया।

लगातार प्रयासों के फलस्वरूप राजवीर कुपोषण की खाई से निकलकर सुपोषण की ओर अग्रसर होने लगा और बच्चे का वजन नियमित बढ़ता रहा, जिससे कार्यकर्ता एवं सहायिका का मनोबल बढ़ा। अब राजवीर गंभीर कुपोषण की खाई को पारकर सामान्य श्रेणी में आ गया और पूर्णतः स्वस्थ है। राजवीर के पालक भी बहुत खुश हैं और वे महिला बाल विकास विभाग के सभी अमले को दिल से धन्यवाद करते हैं।

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