जिले के आठ दिव्यांगजनों ने लिया स्मार्ट फोन में सुगम्य पाठ्यपुस्तक प्रशिक्षण, कलेक्टर ने दिया बधाई

सुरज मंडावी पैरी 🖊️लहर सत्य खबर ब्यरो

उतर बस्तर कांकेर :- समग्र शिक्षा छत्तीसगढ़ के समावेशी शिक्षा एवं एम. जंक्शन कोलकाता के सहयोग से कांकेर जिला से कक्षा 9वीं में अध्यनरत 08 दृष्टिबाधित दिव्यांग बच्चों को स्मार्टफोन में सुगम्य पाठ्यपुस्तक प्रदान करने हेतु तीन दिवसीय कार्यशाला 14 से 16 सितम्बर तक ठाकुर प्यारेलाल पंचायत एवं ग्रामीण विकास प्रशिक्षण संस्थान रायपुर में आयोजित की गई।

प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य दृष्टिबाधित दिव्यांग बच्चों के अध्ययन में आ रही बाधा को दूर कर उन्हें डिजिटल शिक्षा में दक्षता प्रदान करना है तथा इन बच्चों में अध्ययन के प्रति रुचि उत्पन्न कर उनके शैक्षणिक लक्ष्य की प्राप्ति में सहयोग करना है।

प्रशिक्षण में हायर सेकेण्डरी स्कूल मोदे से कुमारी करिश्मा, हायर सेकेंडरी स्कूल तेलावट से कुमारी तरंन्नु बानो, हायर सेकेण्डरी स्कूल भैंसासुर से कुमारी नीलम, हायर सेकेंडरी स्कूल नागरबेडा से बिन्देश कुमार, स्वामी आत्मानन्द स्कूल दुर्गूकोंदल से कुमारी प्रियानी नेताम, हायर सेकेंडरी मर्रामपानी से कुमारी दिलेश्वरी कड़ियां, हाई स्कूल गोलकुम्हड़ा से कुमारी ऐश्वर्य एवं कुमारी डाली शामिल थे। प्रशिक्षण में बच्चों के साथ सहयोगी के रूप में समावेशी शिक्षा भानुप्रतापपुर के बी.आर.पी भीमसिंह ध्रुव और हायर सेकेंडरी स्कूल तेलावट के व्याख्याता जरिना कुरैशी उपस्थित रहे।

स्मार्ट फोन में सुगम्य पाठ्यपुस्तक प्रशिक्षण पश्चात कांकेर वापस आकर सभी दिव्यांगजन दृष्टिबाधित बच्चो ने कलेक्टर डॉ. प्रियंका शुक्ला से भेंट किये। कलेक्टर ने सभी बच्चों को स्मार्ट फोन के माध्यम से बेहतर पढ़ाई कर अपने लक्ष्य को प्राप्त करने प्रोत्साहित किया तथा शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुमित अग्रवाल, जिला मिशन समन्वयक आर.पी. मिरे, बी.आर.पी. विनोद राजपूत और दिव्यांगजन बच्चों के पालक उपस्थित थे।

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