जिम्मेदार पंचायत पदाधिकारी ग्राम सभा से नदारद, ग्रामीणों ने किया ग्राम सभा का बहिष्कार

गरियाबंद – जिम्मेदार पंचायत पदाधिकारी के अनुपस्थिति के चलते रविवार को ग्राम पंचायत मालगांव में आयोजित ग्राम सभा का ग्रामीणों ने बहिष्कार कर दिया। ग्रामीणों को कहना है कि जब तक पंचायत के जिम्मेदार पदाधिकारी ग्राम सभा में उपस्थित नहीं होंगे, तब तक इस बैठक का कोई औचित्य नहीं है, गांव की समस्या और गांव के विकास के लिए आयोजित ग्राम सभा में अगर पंचायत के पदाधिकारी नहीं पहुंचेंगे तो किस प्रकार से विकास की रणनीति बनाई जाएगी।

ज्ञात हो कि राज्य शासन के निर्देशानुसार 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी के जयंती के अवसर पर ग्राम पंचायतों में ग्राम सभा का आयोजन किया जा रहा है। लेकिन देखने को मिल रहा है कि अधिकांश ग्राम पंचायतों में पंचायत प्रतिनिधि के अलावा स्थानीय प्रशासनिक कर्मचारी भी ग्राम सभा की बैठक से नदारद है, जिसके चलते ग्रामीणों के द्वारा ग्राम सभा में विरोध जताया जा रहा है, कई ग्राम पंचायतों में ग्रामीणों ने ग्राम सभा का बहिष्कार तक कर दिया है।
ग्राम पंचायत मालगांव में 9 पंचों की अनुपस्थिति के कारण ग्रामीणों ने ग्राम सभा का बहिष्कार करने का कदम उठाया है।

आज पूरा देश राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती मना रहा है, जयंती के मौके पर ही राज्य सरकार ने फरमान जारी किया है कि ग्राम पंचायतों में ग्राम सभा आयोजित हो, जहां आम जनता ग्रामीण समस्याओं को लेकर चर्चा करने के अलावा योजना तक बनाएंगे, ग्राम सभा में ग्रामीणों को यह भी बताया जाता है कि ग्राम पंचायत में कौन से कार्य चल रहे हैं, किस योजना के तहत किसे क्या लाभ मिल रहा है, ग्राम सभा पंचायत पदाधिकारियों की मौजूदगी में एजेंडे के अनुसार संपादित होती है, लेकिन माल गांव में ग्राम सभा की बैठक में ग्रामीण पहुंचे, लेकिन यहां के पंचायत पदाधिकारी ग्राम सभा में नहीं आए, इससे नाराज होकर ग्रामीणों ने ग्राम सभा का बहिष्कार कर दिया, जब ग्राम सभा बुलाने वाले ही ग्राम सभा में नहीं पहुंचेंगे तो ग्राम सभा के औचित्य पर सवाल ग्रामीणों ने खड़ा किया है ।