नगर में द्वेष पूर्ण तरीके से होर्डिंग निकलवाने का मामला काफी तूल पकड़ चुका है, जो नगर में चर्चा का विषय बना हुआ है।

सूरजपुर कौशलेन्द्र यादव

नगर पंचायत बिश्रामपुर द्वारा होर्डिंग शुल्क जमा न करने व ना चुकाने का आरोप लगाते हुए नगर के बस स्टैंड हाट बाजार के ऊपर लगे होल्डिंग्स को हटाने की कार्यवाही मंगलवार की शाम को की गई। जिसके तहत बिना नोटिस एवं सूचना के हाट बाजार के ऊपर लगे होर्डिंग्स को उतरवा लिया गया, साथ ही एसईसीएल की भूमि पर लगे होर्डिंग पर भी जबरन कार्रवाई कर उतरवा लिया गया। जबकि एसईसीएल की भूमि पर किसी भी प्रकार की कार्यवाही करने का अधिकार भूमि स्वामी एसईसीएल को है ना कि नगर पंचायत को बावजूद इसके दोषपूर्ण एवं नियम विरुद्ध जाकर सीएमओ यूफ्रेसिया एकका के नेतृत्व में कार्यवाही को अंजाम दिया गया। जिससे एक बार फिर से नगर पंचायत बिश्रामपुर सुर्खियों में है एवं जनमानस के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है।

उल्लेखनीय है कि बिश्रामपुर बस स्टैंड एवं हाट बाजार नगर पंचायत बिश्रामपुर के स्वामित्व की भूमि या यूं कहें कि एसईसीएल से दान में प्राप्त भूमि है परंतु इसके अलावा 1 इंच की भी भूमि नगर पंचायत के अधीन नहीं है बावजूद यहां एसईसीएल की मौन स्वीकृति के बीच तमाम निर्माण कार्य जारी है । जबकि बिना एसईसीएल के एनओसी के ना तो नगर पंचायत कोई निर्माण करवा सकता है और ना ही किसी प्रकार की कोई कार्यवाही कर सकता है परंतु ठीक इसके विपरीत दूसरे की भूमि पर लगे होर्डिंग पर नगर पंचायत द्वारा कार्यवाही करना और शुल्क की उम्मीद करना बेमानी सा प्रतीत होता है।

गौरतलब है कि द्वेष पूर्ण तरीके से होर्डिंग उतरवाने के बीच नगर पंचायत द्वारा नियम विरुद्ध कार्यवाही करते हुए वार्षिक शुल्क पटाने वाले गोल्डन ग्राफिक्स नामक फर्म का भी होल्डिंग उतरवा दिया, जबकि गोल्डन ग्राफिक्स के पास नगर पंचायत द्वारा काटी गई राशि का रसीद भी मौजूद है । इस मामले को लेकर गोल्डन ग्राफिक्स द्वारा सीएमओ के विरुद्ध अपराध दर्ज करने सहित न्यायालय में पहुंचने की तैयारी कर ली गई है।

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◾️नाम केवल 3 का अन्य पर द्वेष पूर्ण कार्यवाही

गौरतलब है कि इस पूरे मामले पर नगर पंचायत द्वारा एसडीएम को पत्र जारी कर अंशुल गोयल, राजेश जैन एवं गोल्डन ग्राफिक्स द्वारा लगाए होर्डिंग पर कार्यवाही किए जाने हेतु सूचना प्रेषित किया गया था परंतु नगर पंचायत सीएमओ यूफ्रेसिया इक्का के द्वारा द्वेष पूर्ण तरीके से अन्य लोगों का भी होर्डिंग उतरवा दिया गया जोकि सरासर गलत रूप से कार्यवाही को अंजाम दिया गया। इस पूरे प्रकरण में से ऐसा प्रतीत होता है कि नगर पंचायत सीएमओ अपने उच्च अधिकारियों को गुमराह कर नगर में अपनी कार्यप्रणाली संचालित कर रही है।

इस मामले पर नायब तहसीलदार अंकिता तिवारी के द्वारा बताया गया कि मेरे पास केवल 3 लोगों का नाम क्रमशाह अंशुल गोयल राजेश जैन एवं गोल्डन ग्राफिक्स पर कार्यवाही किए जाने हेतु नाम भेजा गया था। यदि इसके बाद भी किसी और पर कार्यवाही की गई है तो वह सरासर गलत है इस संबंध में मैं अपने उच्च अधिकारियों से चर्चा करूंगी वही इस संबंध में नगर पंचायत सीएमओ यूफ्रेसिया एकका से बात करने पर उन्होंने कहा कि जो शुल्क जमा नहीं कर रहा था उनका होल्डिंग्स उतरवा दिया गया है और जब उनसे यह सवाल पूछा गया कि जिसने शुल्क पटाया है उसका होर्डिंग क्यों उतारा गया और जिस होर्डिंग का नगर पंचायत से कोई लेना-देना नहीं उस होर्डिंग को क्यों उतारा गया तो इस बात पर जवाब देने के बजाय सीएमओ ने फोन काट दिया।

प्रेम जीत सिंह कांग्रेसी नेता—— हमारे संगठन सहित वरिष्ठ नेताओं का सीधा अपमान किया गया है । होर्डिंग अपने स्वामित्व की भूमि का उतरवाना तो ठीक है परंतु दूसरे के स्वामित्व की भूमि की होर्डिंग उतरवाना समझ से परे है साथ ही शुल्क पटाने वाले का होर्डिंग उतरवाना सरासर गलत है। इससे जहां एक तरफ सरकार की छवि धूमिल हो रही है साथ ही हमारे वरिष्ठ नेताओं का खुला अपमान भी किया जा रहा है।

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धर्मेंद्र सिंह कांग्रेसी नेता —–नगर पंचायत बिश्रामपुर शुरू से ही बीजेपी की लॉबिंग में सक्रिय रूप से काम करती रही है और आज भी कर रही है
नगर पंचायत की इस कार्यवाही से स्पष्ट नजर आता है कि जहां कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का अपमान तो हो ही रहा है साथ ही कांग्रेसियों पर दोषपूर्ण कार्यवाही को अंजाम दिया जा रहा है। जबकि आगामी कुछ माह के बाद ही चुनाव होने हैं इस प्रकार की कार्यवाही से केवल गुटबाजी को ही जन्म मिलेगा जिसका सीधा लाभ बीजेपी को प्राप्त होगा, इसी मंशा के तहत नगर पंचायत काम कर रही है