बगैर प्रमांणक के केशकाल वनमंडल में लाखों लाखों का घोटाला – पूर्व विधायक कृष्णकुमार ध्रुव


कृष्णदत्त उपाध्याय केशकाल

केशकाल । बगैर बील व्हाऊचर (प्रमांणक) के एवं बगैर केशबुक मे इंद्राज किये और मौके पर बगैर कोई काम करवाये केशकाल वनमंडल में लाखों लाखों रूपया का घोटाला कर लिया गया है । वन विभाग को और जिला कलेक्टर को अविलंब छापामार कार्यवाही करते हुये रोकडपंजी बही खाता गाड फाईल एवं संबधित अभिलेख जप्त करके तथा भौतिक सत्यापन करके सख्त से सख्त कार्यवाही करना चाहिये । यह सनसनी खेज खुलासा और मांग करते हुये केशकाल विधानसभा के पूर्व विधायक कृष्णकुमार ध्रुव ने केशकाल वनमंडल के निवर्तमान वनमंडलाधिकारी के कार्यकाल मे ब्यापक पैमाने पर गंभीर आर्थिक अपराध किये जाने का आरोप लगाया है ।

पूर्व विधायक का कहना है की निवर्तमान वनमंडलाधिकारी ने कलेक्टर से मिले तथा वन विभाग से मिले प्लान मद नान प्लान मद के धनराशि में जमकर गडबडझाला किया है । जिन कार्यों के नाम से धनराशि निकाला गया है उसमे से अधिकतर काम मौके पर हुआ ही नहीं हुआ है और जंहा पर काम हुआ भी है तो महज खानापूर्ति महज 20- 25 % का ही काम हुआ शेष राशि फर्जी प्रमाणंक से निकाल लिया गया है ।

पूर्व विधायक का यह कहना है की निवर्तमान वनमंडलाधिकारी ने अपने पद का दुरूपयोग करते हुये अपने खासमखास के नाम पर भी लाखों लाखों का चेक काट करके गडबझाला कर लिया गया ।
कलेक्टर कोंडागांव के द्वारा वनमंडल को समय समय पर बडी उदारता पूर्वक विभिन्न कार्यों के प्रस्ताव को स्वीकृति देते काम कराने के लिये धनराशि दिया जाता रहा और अधिकतर स्वीकृत कामों के नाम पर जमकर बंदरबांट करके आबंटन सफाचट कर लिया जाता रहा ।

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◾️कलेक्टर जांच कराकर देख लें

पूर्व विधायक कृष्णकुमार ध्रुव का कहना है की वर्तमान जिला कलेक्टर को कलेक्ट्रेड से दिये गये धनराशि की सदुपयोगिता का पता लगाने फिलहाल टाटामारी में ईको पर्यटन विकास के लिये दिये गये धनराशि से करवाये गये काम का भौतिक सत्यापन कराते हुये मूल्यांकन कराकर देख लेना चाहिये |
कलेक्टर को मालूम हो कि जिला खनिज न्यास मद से 2021-2022 में ईको पर्यटन केंद्र टाटामारी में पेयजल आपूर्ति हेतु ओव्हर हेड टैंक स्थापना कार्य हेतु 9.77लाख रूपया प्रदान किया गया था ।

जिसमे से मात्र 10339/ शेष बचत दर्शाकर कार्य प्रगति में दर्शाया जा रहा है जबकि हकिकत यह है की मौके पर कोई काम ही नहीं हुआ है |
पूर्व विधायक कृष्णकुमार ध्रुव ने मामले की गंभीरता को देखते हुये त्वरीत प्राथमिक जांच करके मामला पुलिस को सौंपने की मांग किया है ताकि सरकारी खजाने मे ऐकमतेन होकर अफरातफरी करने वालों पर अपराध पंजीबद्ध करके कानूनी कार्यवाही हो सके |