जिला स्तरीय सुगम संगीत एवं शास्त्रीय गायन वादन प्रतियोगिता में हेमन्त यादव प्रथम

सूरजपुर कौशलेन्द्र यादव

छत्तीसगढ़ युवा महोत्सव जिला स्तरीय 2022-23 का आयोजन जिला प्रशासन खेल युवा कल्याण विभाग के तत्वावधान में जिला मुख्यालय के
स्टेडियम ग्राउंड में किया गया युवा महोत्सव सांस्कृतिक कार्यक्रम में विविध विधाओ सहित शास्त्रीय गायन वादन एवं सुगम संगीत प्रतियोगिता हुई शास्त्रीय गायन एवं सुगम संगीत हारमोनियम वादन प्रति योगिता में हेमन्त कुमार यादव प्रथम स्थान प्राप्त करने का गौरव प्राप्त किया। इस प्रतियोगिता में जिले के सभी विकास खंड स्तरीय प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त प्रतिभागी को ही शामिल किया गया

गौरतलब है कि हेमन्त यादव इसके पूर्व मेंभी राज्य स्तरीय वक्तृत्व कला ,भाषण व्याख्यान , वाद विवाद प्रतियोगिता में सरगुजा सम्भाग का प्रतिनिधित्व कर जिले की अलग पहचान बनाते हुए सर्वोत्कृष्ट प्रदर्शन कर चुके हैं ये हिंदी साहित्य संस्कृत साहित्य दर्शन शास्त्र,
अर्थशास्त्र राजनीति शास्त्र समाज शास्त्र सहित कई विषयों पर स्नाकोत्तर उपाधियाँ प्राप्त कर विधी लां स्नातक की भी डिग्री प्राप्त किये हुए है इन्हें कला साहित्य के क्षेत्र में विविध उपाधियाँ भी प्राप्त हैं ये छत्तीसगढ़ शासन प्रशासनिक स्तरीय श्री राम चरित मानस गायन वादन प्रतियोगिता में मानस प्रवीण के रूप में नवाजे गये है ये कविता गीत कार भी है इनकी तात्कालिक निबंध रचना गुरुघासीदास विश्वविद्यालय से पुरस्कृत व सम्मानित हुई आकाश वाणी दूर दर्शन केन्द्र से भी सम्मानित होने का सौभाग्य इन्हें प्राप्त है इस प्रकार बहुमुखी प्रतिभा के धनी हेमन्त कुमार ने संगीत की भी शिक्षा ग्रहण किये हुए है

ये विविध विधाओं में जिला सम्भाग राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में पुरष्कृत व सम्मानित युवा है इन्हें आधुनिक विवेकानंद की संज्ञा देकर पुकारा जाता है इस अवसर पर डिप्टी कलेक्टर आकांक्षा त्रिपाठी ,खेल व युवा कल्याण विभाग पदाधिकारी गण संगीत निर्णायक मंडल सहित आयोजन मंडल के कर कमलों द्वारा शास्त्रीय गायन प्रथम एवं सुगम संगीत हारमोनियम वादन में प्रथम का मोमेंट प्रदान कर हेमन्त यादव को ससम्मान पुरष्कृत कर हार्दिक बधाई दी गई इन्होंने अपनी सफलता का श्रेय साहित्य साधना संगीत साधना सहित महत्वाकांक्षा को बताया इन्होंने बताया कि पथ प्रदर्शक गुरु से प्राप्त शिक्षा की पूर्णता के लिए लक्ष्य प्राप्ति के लिए कठोर मेहनत दृढ निश्चय निरंतर अभ्यास बहुत जरूरी है तथा प्रशंसा समालोचना आलोचना को परे रखकर स्वचितंन स्वयं की समीक्षा के आधार पर लक्ष्य की दिशा में काम करना चाहिए