सूरजपुर कौशलेन्द्र यादव
छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना गोधन न्याय योजना जहां एक ओर देश तक ही नहीं बल्कि विदेशों तक में एक नए रोल मॉडल के रूप में देखी जा रही है। वास्तव में गोधन न्याय योजना ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने में मील का पत्थर साबित हो सकती है।
मगर जिले के ग्राम पंचायत चोपन, के साथ-साथ ग्राम पंचायत रगदा में पंचायत प्रतिनिधियों की उदासीनता से यह योजना दम तोड़ रही है
गोठान में एक भी मवेशी नहीं गोबर खरीदी भी नहीं होती- ग्राम पंचायत चोपन तथा रगदा का संयुक्त रुप से एक ही गोठान बना है प्रदेश के मुख्यमंत्री ने जिस उद्देश्य से इस योजना को ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के साथ-साथ महिलाओं तथा गांव के बेरोजगार युवाओं के लिए उनकेेे सामाजिक स्तर ऊंचा उठाने के लिए प्रारंभ की है उस पर कहींं ना कही ग्राम पंचायत सचिव बेखौफ पलीता लगाने से नहीं चूक रहा है।
इस गोठान पर मौजूद ग्रामीणोंं ने बताया कि इस गौठान में हमेशा ताला लगा रहता है प्रत्यक्ष तौर पर हमने भी देखा कि इस गौठान में ताला लगा हुआ है एक भी मवेशी नजर नहीं आ रहा वर्मी कंपोस्टट और साग सब्जिया तो दूर ग्रामीणों नेे बताया पिछलेेे 1 वर्ष से गोबर की खरीदी तक नहीं की जा रही है। इस ग्राम पंचायत में ठीक ढंंग से सीसी रोड या डब्ल्यूबीएम तक नहीं बारििश के ग्रामीण कृषि कार्य हेतुु भी घर सेेे सुरक्षित नहीं निकल पाते सड़कें कीचड़ और गड्ढों में तब्दील है।
■सचिव को कई ग्राम पंचायतों का प्रभार
बताया जा रहा है कि गांव में स्वास्थ्य की योजनाओं का ठीक ढंग से क्रियान्वयन सचिव की मनमानी वजह से नहीं हो पा रहा है इसे लेकर ग्रामीणों मैं भी रोष व्याप्त है एक पंचायत का काम तो सचिव से संभाला नहीं जा रहा है उस पर भी भैयाथान ब्लॉक के मुख्य कार्यपालन अधिकारी की मेहरबानी ऐसी की उसे कई अन्य पंचायतों का प्रभार सौंप दिया गया है।
■जिम्मेदारों पर होगी कार्रवाई
इस संबंध में जिला पंचायत सीईओ राहुल देव ने कहा कि आपके द्वारा जानकारी मिल रही है दिखा देता हूं गलती पाए जाने पर जिम्मेदारों पर ठोस कार्यवाही की जाएगी