विधायक निवास कांकेर में श्रद्धांजली सभा का आयोजन कर पं. रविशंकर शुक्ल के व्यक्तित्व एवं कृतत्व को याद कर उनके छायाचित्र के समक्ष श्रद्धासुमन अर्पित

सूरज मंडावी ब्यूरो चीफ सत्य खबर


कांकेर:-पं. रविशंकर शुक्ल जी के पुण्यतिथि पर जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा विधायक निवास कांकेर में श्रद्धांजली सभा का आयोजन कर पं. रविशंकर शुक्ल के व्यक्तित्व एवं कृतत्व को याद कर उनके छायाचित्र के समक्ष श्रद्धासुमन अर्पित किये। आयोजन में मुख्य रूप से छत्तीसगढ़ अनुसूचित जनजाति आयेाग के सदस्य नितिन पोटाई ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि पं. रविशंकर शुक्ल अविभाजित मध्यप्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री का गौरव प्राप्त किये साथ ही वे पूर्व में ब्रिटिश कालीन समय सी.पी.एन. बरार के दौरान भी मुख्यमंत्री के पद दायित्व का निर्वहन किया। मध्यप्रदेश शासन में अल्प समय के लिए मुख्यमंत्री के कार्यकाल के दौरान भी आपका अवसान हो गया किन्तु आपकी सोच के अनुरूप नवगठित राज्य मध्यप्रदेश के लिए विकास के कई योजनाओं का क्रियान्वयन आपके सोच के अनुरूप किया गया यही कारण है कि आपको मध्यप्रदेश के आधुनिक शिल्पकार के रूप में माना जाता है। देश के स्वतंत्रता आन्दोलन में आपकी महत्वपूर्ण भूमिका रही इस दौरान आपने झण्डा आन्दोलन का नेतृत्व किया तत्कालीन समय में नागपुर मध्य भारत का एक राजनैतिक केन्द्र स्थल रहा जहा से राजनीतिक गतिविधिया संचालित होती थी। पं. शुक्ल खादी स्वरोजगार, किसानों की आर्थिक मजबूती के लिए विभिन्न गतिविधियों में सक्रिय रहे और उनके पुण्य तिथि उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए उनके देश के प्रति योगदान को याद कर गर्व का अनुभव कर रहे है । जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष सुभद्रा सलाम ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि पं. रविशंकर शुक्ल स्वतंत्रता संग्राम के दौरान प्रदेश के लोगों में स्वतंत्रता की क्रांति फूकी थी इनमें एैसा व्यक्तित्व था कि उनके सम्पर्क में आने वाले हर व्यक्ति के मन में स्वतंत्रता के लिए जज्बा जागृत हो जाता था और वह स्वतंत्रता की लड़ाई में भागीदारी बन जाता था। स्वतंत्रता आन्दोलन के लिए वे कई बार जेल भी गये तथा स्वतंत्र भारत के मध्यप्रदेश शासन में पहले मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले रहे थे तो वह रात का समय था और उस रात अमावस्या की रात थी जिस पर उन्होंने कहा था भले ही आज काली अमावस्या की रात है किन्तु यह अंधेरा जल्द ही समाप्त हो जायेगा और प्रदेश विकास की गति को प्राप्त करेगा। इस प्रकार पं. रविशंकर शुक्ल का जीवन आज की पीढ़ी के लिए प्रेरणात्मक है। सभा में मुख्य रूप से अनुसूचित जनजाति आयोग के सदस्य नितिन पोटाई, सुभद्रा सलाम, मनोज जैन, रोमनाथ जैन, सुनील गोस्वामी, गोमती सलाम, सुमति नेताम, पुरूषोत्तम पाटिल, रमाशंकर दर्रो, रोशन आरा, इसहाक अहमद, आकाश राव, चन्द्रलोक सिंह ठाकुर, अमित साहू सहित कांग्रेस के अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे ।

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