डोहल पंचायत में मनरेगा में फर्जीवाड़ा की हुई पुष्टि,सरपंच के साथ ही मेट ने मिलकर लगभग 100 ग्रामीणों के नाम से बनवाया फ़र्ज़ी मस्टररोल, जांच में फर्जीवाड़ा की हुई पुष्टि,1 लाख 13 हज़ार 400 रुपये की होगी वसूली

गरियाबंद रविकांत तिवारी संभाग ब्यूरो चीफ

देवभोग। डोहल पंचायत के ग्रामीणों द्वारा पिछले दिनों देवभोग एसडीएम के पास मनरेगा में फर्जीवाड़े की शिकायत की गई थी। मामले में जांच के लिए एसडीएम ने सीईओ को निर्देशित किया था। वहीं ग्रामीणों के शिकायत के आधार पर जांच में फर्जीवाड़े की पुष्टि भी हो गईं हैं।

मामले की जानकारी देते हुए देवभोग पीओ शिवकुमार नवरंगे ने बताया कि पिछले दिनों डोहल के कुछ ग्रामीणों द्वारा शिकायत किया गया था कि शिवमंदिर तालाब गहरीकरण में बिना कार्य करवाये सरपंच और कुछ मेटो द्वारा फ़र्ज़ी मस्टररोल बनाकर शासन को आर्थिक क्षति पहुँचाया गया हैं।

मामले में टीम गठित कर जांच के लिए पंचायत रवाना किया गया। जांच करने पहुँचे तकनीकी सहायक खूबलाल ध्रुव और योगेश सेन ने ग्रामीणों का बयान दर्ज किया। सभी ग्रामीणों ने काम ना होने की बात कही और फ़र्ज़ी मस्टररोल तैयार कर राशि आहरण करने की भी बात कही। वही ग्रामीणों का बयान दर्ज करने के बाद जांच अधिकारियों ने कार्य स्थल भी देखा। वहीं कार्य स्थल पर भी उस दौरान काम ना होना पाया गया।

वहीं जांच अधिकारियों ने अपने जांच रिपोर्ट में बताया हैं कि शिव मंदिर के तालाब गहरीकरण में मस्टररोल क्रमांक 24339 से 24349 में शासन को आर्थिक क्षति पहुँचाया गया हैं। जांच रिपोर्ट में 1 लाख 13 हज़ार 400 रुपये की वसूली एजेंसी से किया जाना बताया गया हैं।

पीओ ने बताया कि करीब 100 ग्रामीणों का नाम डालकर फ़र्ज़ी मस्टररोल बनाया गया था। उन्होंने यह भी बताया कि जांच रिपोर्ट में फर्जीवाड़े की पुष्टि हो गईं हैं। वहीं 1 लाख 13 हज़ार 400 रुपये वसूली योग्य बताया गया हैं। जांच रिपोर्ट उच्च कार्यालय को प्रेषित किया जा रहा हैं।

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